हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है . प्रदेश के 68 विधानसभा सीटों पर वोटिंग शुरू हो चुकी है . लोग कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में वोट डालने पहुंच रहे हैं . हिमाचल की कुल 68 विधानसभा सीटों पर इस बार 412 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं . इस बार इन सीटों पर कुल 55 लाख 92 हजार 882 वोटर मतदान करेंगे . चुनाव आयोग के मुताबिक हिमाचल में 28,54,945 पुरुष और 27,37,845 महिला और 38 थर्ड जेंडर मतदाता वोट डालेंगे . इसके साथ ही राज्य में 67,559 सर्विस वोटर, 56,501 दिव्यांग और 22 एनआरआइ वोटर भी हैं .
अगर ना हो वोटर आई कार्ड ?
यदि किसी मतदाता के पास वोटर आई-कार्ड नहीं है तो वह 12 तरह के दस्तावेज दिखाकर वोट दे सकेंगे. इनमें मतदाता फोटो पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राज्य-केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों-पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त पहचान पत्र, बैंकों-डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, आयकर पहचान पत्र (पेन कार्ड), RGI एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज एवं निर्वाचन विभाग द्वारा जारी प्रामाणिक फोटो मतदाता पर्ची एवं आधार कार्ड में से कोई एक दस्तावेज आवश्यक रूप से साथ लाना होगा.
बता दे की हिमाचल प्रदेश में एक चरण में ही चुनाव हो रहा है और वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी .राज्य में आज मतदान की प्रक्रिया सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी . इस बार हिमाचल प्रदेश में लिए 7,881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं .बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी मैदान में है . तीनों पार्टियों ने प्रदेश की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं . वर्तमान में हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है .