मुंबई। महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे गुट ने शपथ ग्रहण से पहले अपने महत्वपूर्ण विभागों की मांग को लेकर दबाव बनाया है। शिंदे गुट का कहना है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद, गृह विभाग और पिछली सरकार में जिन 9 विभागों का नियंत्रण था, उन्हें फिर से दिया जाए। इनमें शहरी विकास मंत्रालय भी शामिल है।
शिंदे गुट का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा के बाद ही वे अपनी आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। इसके बावजूद, यह स्पष्ट है कि शिवसेना इस समय बीजेपी द्वारा मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा का इंतजार कर रही है।
दिल्ली में अमित शाह के साथ हुई बैठक के दौरान सीएम के नाम पर कोई फैसला नहीं लिया गया। केवल यह संकेत दिया गया था कि मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा। अब शिवसेना बीजेपी के सीएम उम्मीदवार का ऐलान होने के बाद ही अपनी योजनाओं को सार्वजनिक करेगी।
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी ने राज्य में नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान कर दिया है। यह समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। भाजपा महाराष्ट्र विधानसभा में अपनी बहुमत की स्थिति को लेकर आत्मविश्वास से भरी हुई है, क्योंकि उसके पास 132 विधायक हैं और पांच निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी है। इसके अलावा, एनसीपी के 41 विधायक भी भाजपा के समर्थन में हैं, जिससे भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए केवल 8 विधायकों का समर्थन चाहिए।
एकनाथ शिंदे, जो दिल्ली में बैठक के बाद अपने पैतृक गांव सतारा लौट गए थे, आज दोपहर दो बजे वापस मुंबई लौटेंगे। यह अभी तय नहीं है कि वे अपने आधिकारिक आवास वर्षा बंगले पर जाएंगे या फिर अपने निजी आवास ठाणे में रहेंगे।
अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कब होगा और शिंदे गुट की मांगें किस हद तक मानी जाएंगी।