बिलासपुर। जिला अस्पताल में इलाज करा रहा कैदी प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया। अब इस मामले में लापरवाही बरतने वाले प्रहरी को सुप्रींटेंडेंट ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं, पुलिस केस दर्ज कर फरार कैदी की तलाश में जुट गई है। घटना तारबाहर थाना क्षेत्र की है।
रायगढ़ धरमजयगढ़ निवासी ललित रात्रे (30) को कोर्ट ने नाबालिग लड़की के अपहरण केस में दस साल की सजा सुनाई थी। वह 2017 के पहले जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती उपजेल में था। 31 अक्टूबर 2017 को कोर्ट से सजा सुनाने के बाद उसे सेंट्रल जेल बिलासपुर में स्थानांतरित किया गया था। इसके बाद से वह यहीं सजा काट रहा था।
बीते 12 दिसंबर को कैदी बाथरूम गया था। तभी वह फिसलकर गिर गया, जिससे उसके हाथ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया। जेल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार की शाम को अस्पताल से उसे डिस्र्चार्ज किया जा रहा था और दस्तावेजी प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान कैदी ललित रात्रे ने उसकी सुरक्षा के लिए तैनात प्रहरी प्रमोद खम्हारी को चकमा देकर भाग गया। सुरक्षा में तैनात जेलप्रहरी प्रमोद खम्हारी ने उसकी तलाश की। लेकिन, कैदी नहीं मिला। तब उसने तारबाहर थाने पहुंचकर कैदी के भागने की जानकारी दी।
पुलिस ने शहर में नाकेबंदी कर फरार कैदी की तलाश शुरू की। कैदी का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। इधर, कैदी की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले प्रहरी को जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। निलंबन अवधि में प्रहरी का मुख्यालय मुंगेली जेल रखा गया है।