रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों राजनीति का अड़डा बना हुआ है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी रायपुर समेत 10 निगमों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने मीनल चौबे और कांग्रेस ने दीप्ति दुबे को मैदान में उतारा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने आप ने रायपुर नगर निगम में महापौर प्रत्याशी डॉ. शुभांगी तिवारी के नाम का ऐलान किया है।
इस बार भाजपा-कांग्रेस के अलावा आप ने भी ब्राह्मण प्रत्याशी उताकर नए समीकण बना दिए हैं। रायपुर में भाजपा और कांग्रेस दोनों द्वारा ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने से राजनीतिक समीकरण में बदलाव आ सकता है। यह दोनों पार्टियों की रणनीति हो सकती है कि वे ब्राह्मण समुदाय के वोट हासिल करना चाहती हैं। बता दें कि रायपुर नगर निगम महिला (सामान्य) के लिए आरक्षित है।
इस टिकट वितरण से अलग ही सियासी संकेत दिखाई दे रहे हैं। भाजपा-कांग्रेसने ब्राह्मण प्रत्याशी उतारकर यह संकेत दिया है कि वे ब्राह्मण समुदाय के वोटों को महत्व देती हैं। दोनों पार्टियों के ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने से राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हो सकती है। इस समीकरण से वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है, जिसमें ब्राह्मण समुदाय के वोट एक पार्टी की ओर झुक सकते हैं।
जानिए दीप्ति दुबे के बारे में
कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम पर दीप्ति दुबे को मेयर प्रत्याशी बनाया है। दीप्ति दुबे वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी है। वे साइकोलाजिस्ट हैं, उनका मेंटल हेल्थ क्लीनिक है। वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं। दीप्ति दुबे ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है। वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं और पत्रकारिता में डिप्लोमा होने के साथ-साथ वह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में काम कर रही हैं।
जानिए मीनल चौबे के बारे में
मीनल चौबे की छवि तेज तर्रार महिला नेता की है। वह बीजेपी के सभी गुटों को साथ तालमेल बनाकर रखती हैं। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि मीनल चौबे के नाम पर आसानी से सहमति बन गई। बता दे की पिछली बार पार्षदों की रायशुमारी कर आखिरकर बीजेपी के वरिष्ठ पार्षदों ने नगर निगम रायपुर का नेता प्रतिपक्ष वरिष्ठ महिला बीजेपी पार्षद मीनल चौबे के नाम पर मुहर लगाई है। राज्य में इस बार मेयर का चुनाव सीधे जनता करेगी।