दिल्ली। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। घने कोहरे और लगातार गिरते तापमान ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कोहरे के कारण गाड़ियों से लेकर हवाई उड़ानों तक में बाधा आ रही है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई राज्यों में बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और अधिक सर्दी और बारिश की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से बढ़ेगी ठिठुरन
IMD के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। दक्षिण हरियाणा पर भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके चलते उत्तर भारत में ठंड और बारिश का असर जारी है। 18 जनवरी से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे 18-22 जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में छिटपुट बारिश और बर्फबारी हो सकती है। 21-22 जनवरी को यूपी, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में बादल गरजेंगे।
दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट
दक्षिण केरल तट से दूर दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में 18-20 जनवरी तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान तेज गरज और बिजली गिरने का भी अलर्ट है।
तापमान और ठंड का हाल
राजस्थान के नागौर में न्यूनतम तापमान 3.7°C दर्ज किया गया।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे है।
हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तापमान 1-4°C के बीच है।
उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान 2-3°C और गिर सकता है।
कोहरे और कोल्ड वेव का खतरा
घने कोहरे के कारण यूपी, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। 17-20 जनवरी के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की संभावना बनी रहेगी। हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में कोल्ड वेव की स्थिति भी बनी रह सकती है।
IMD की सलाह
मौसम विभाग ने आम जनता को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही, कृषि, परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को भी इस बदलते मौसम के प्रभाव के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।