(बलौदाबाजार) l छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव के साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं। इस बीच, बलौदाबाजार में भाजपा-कांग्रेस सभी राजनीतिक पार्टियां टिकट बांट रही हैं। दरअसल, नगर पालिका चुनाव के लिए अध्यक्ष और पार्षदों के पद के लिए दावेदारों की लिस्ट लंबी है। इसके साथ ही कांग्रेस और भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नाम भी जारी कर दिए हैं। भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए दो बार के नगर पालिका अध्यक्ष का दायित्व संभाल चुके अशोक जैन तो वहीं कांग्रेस ने 5 बार के पार्षद सुरेंद्र जायसवाल को अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया है।
वहीं, वार्ड क्रमांक 5,6,7,10,14 के पार्षद टिकट के दावेदार मैदान छोड़ दिए हैं, उस दौरान तत्काल नए लोगों की खोजबीन कर उन्हें उम्मीदवार घोषित किया गया। इससे प्रतीत होता है कि कांग्रेस बहुत बड़े संकट से जूझ रही हैl वहीं कई प्रत्याशी के पूर्व में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है उसके बावजूद पार्टियों ने ऐसे लोगों को टिकट देकर भी जनता के बीच मैदान में उतारा है जो समझ से परे है l
सूची जारी होने के साथ ही दोनों राजनीतिक दलों में टिकट नहीं मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने गली, चौराहे में सोशल मीडिया में और राजनीतिक पार्टी के लोगों से काफी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। बलौदाबाजार नगर पालिका में कुल 21 वार्ड है, जिसमें पार्टिंयों ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सूची में कुछ वार्डों में आरक्षण की स्थिति परिवर्तन होने के चलते कुछ पुराने चेहरे को अन्य वार्डो से मौका दिया गया है, जबकि कुछ वार्डों में नए चेहरे को भी अवसर प्रदान किया गया है।
इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और भाजपा प्रत्याशी अशोक जैन तथा सुरेंद्र जायसवाल कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रत्याशी पद के लिए नामांकन कर चुके हैं। बता दें कि भाजपा ने जो अध्यक्ष पद के लिए लिस्ट तैयार किए थे, उसमें अशोक जैन, संकेत शुक्ला, संजू पटेल, नंदकुमार साहू का नाम शामिल थे। वहीं, कांग्रेस पार्टी के तरफ से अध्यक्ष के रूप में प्रत्याशियों की सूची में सुरेंद्र जायसवाल, धर्मेंद्र वर्मा, अर्चना रूपेश ठाकुर भी दावेदार थे। मगर दोनों दलों ने आखिरकार भाजपा से अशोक जैन कांग्रेस से सुरेंद्र जायसवाल को ही प्रत्याशी घोषित किया।
अब सोशल मीडिया में कार्यकर्ताओं का नाराजगी जाहिर
जैसे ही अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की सूची जारी होन के बाद ही दोनों दलों में भारी असंतोष भी दिखने लगा। सारे कार्यकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से गली चौराहे और रोड पर भी कई तरह की बातें करने लगे और कांग्रेस शहर अध्यक्ष रूपेश ठाकुर की पत्नी अर्चना ठाकुर ने तो पूर्व विधायक प्रत्याशी रहे शैलेश नितिन त्रिवेदी को सोशल मीडिया पर ही पैसे नहीं होने की वजह से कैसे आप चुनाव में भागीदारी ले सकते हैं। पार्टियों ने तो कई पार्षदों को दूसरे जगह भी और कई पार्षद तो नाम का लिस्ट होते हुए भी अपने जगह दूसरे को शामिल कर दी और खुद मैदान से पृथक हो गए जैसे ही कांग्रेस से अध्यक्ष प्रत्याशी सुरेंद्र जायसवाल का नाम की घोषणा हुई।
जानिए अध्यक्ष प्रत्याशियों का रिकॉर्ड
अशोक जैन निश्चित तौर पर एक अनुभवी राजनीतिज्ञ है और अब बलौदाबाजार नगर पालिका के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रूप में भाजपा के निर्वाचित योद्धा के रूप में मैदान पर उतर चुके हैं। शहरवासियों ने बताया कि अशोक जैन कभी-कभी कांग्रेस में कभी बहुजन समाज पार्टी में रहे है, बहुजन समाज पार्टी में विधानसभा चुनाव बुरी तरह हार गए थे और अपना भाजपा में शामिल है और पिछली बार भाजपा से वार्ड क्रमांक 12 में पार्षद चुनाव लड़कर भी चुनाव हार गए थे, फिर भी आखिरकार इन्हें टिकट दिया गया। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि मंत्री के करीबी होने के कारण भी अशोक जैन को टिकट मिला। पहले के जैन साहब किस तरह से अपने दैनिक जीवन में किस तरह के और क्या-क्या कार्य करते हुए संपत्ति के मालिक थे और आज कितनी संपत्ति चल अचल है और कितने कारोबार फैलाए हुए हैं पूरी जानकारी निर्वाचन कार्यालय में जमा भी होगी।
दूसरी ओर, कांग्रेस के अध्यक्ष प्रत्याशी के रूप में सुरेंद्र जायसवाल मैदान पर उतर रहे हैं। उनका भी रिकॉर्ड अजब-गजब है। वह पांच बार के पार्षद और गजब के अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं और राजनीति का गुण उसमें जमकर भरा हुआ है, मगर कुछ आपराधिक रिकॉर्ड भी उनके इर्द-गिर्द नजर आते हैं। हालांकि आरोप तो लगता रहता है आरोप सिद्ध होने पर ही किसी को कुछ कहा जा सकता है और शायद जायसवाल जी भी कुछ अलग-अलग पार्टी विशेष में पहले भी रह चुके हैं। मगर पहले किस तरह की चल अचल संपत्ति और अभी क्या स्थिति है वह तो पूरी जानकारी निर्वाचन कार्यालय में होगी।