रायपुर : भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस के एक खुलासे के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रविवार को कह दिया कि भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम ने नाबालिग का यौन शोषण किया। इस मामले में झारखंड के जमशेदपुर शहर में केस भी दर्ज है। अब इस मामले में भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ शिकायत चुनाव आयोग में करने का मन बनाया, मामला अदालत भी पहुंच सकता है।
इस मामले में पूर्व मंत्री और भानुप्रतापपुर उपचुनाव के विधानसभा प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस का बताया सारा मामला झूठा है। बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस और मोहन मरकाम से पूछा है कि ये बताएं कि कब ब्रह्मानंद नेताम झारखंड के जमशेदपुर गए, कभी वहां की पुलिस यहां नहीं आई। झारखंड में इन्हीं की मिली जुली सरकार है, ये मिलकर षड्यंत्र कर रहे हैं। क्योंकि कांग्रेस को भानुप्रतापपुर में हार का डर है।
बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा- हम इस झूठे आरोप की शिकायत चुनाव आयोग में करेंगे, हम मोहन मरकाम पर मानहानि का मुकदमा भी करेंगे। कांग्रेस को अपनी हार करीब दिख रही है, इसलिए इस तरह के घटिया इल्जामात लगा रही है। अगर कांग्रेस में दम है तो बताए कि मोहन मरकाम खुद कब इस मामले में झारखंड गए, वहां की पुलिस को जांच में क्या तथ्य मिले, क्या कभी वहां की पुलिस ने ब्रह्मानंद नेताम को समन जारी किया, क्या कभी वहां की पुलिस नेताम को गिरफ्तार करने यहां आई। झारखंड की सरकार से मिलकर ये झूठा मामला तैयार किया गया है।
क्या कहा कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा से प्रत्याशी बनाए गए ब्रह्मानंद नेताम को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि उन पर झारखंड राज्य के जमशेदपुर जिले में केस दर्ज है। 15 साल की नाबालिग से गैंगरेप कर उसे देह व्यपार में धकेलने का आरोप लगाते हुए मरकाम ने FIR की कॉपी भी मीडिया को दिखाई। घटना 2019 को बताई जा रही है। पीसीसी चीफ ने कहा कि पुलिस ने पहले 5 आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद जांच में 10 से 12 आरोपी सामने आए, जिनमें भाजपा प्रत्याशी भी शामिल हैं। ”
मोहन मरकाम ने कहा कि जमशेदपुर के थाना टेल्को में अपराध क्रमांक 84/2019 में 15 मई 2019 को पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में ब्रह्मानंद नेताम के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। कांग्रेस ने खुलासा किया कि पीड़िता ने एक डायरी में गैंगरेप के सभी आरोपियों के नाम लिखकर रखे थे। इस मामले में झारखंड पुलिस ने छत्तीससगढ़ से संबंध रखने वाले शीतल उर्फ सपना महतो, सुरेंद्र सिन्हा को महासमुंद से 2019 में ही गिरफ्तार किया था। ब्रह्मानंद नेताम का नाम पुलिस की ओर से पेश चालान में भी शामिल है। मरकाम ने कहा कि जिस साल FIR दर्ज हुई थी, तब झारखंड में भाजपा की रघुवर दास की सरकार थी।
मोहन मरकाम ने कहा कि झारखंड पुलिस ने प्रमुख आरोपियों की सीडीआर रिपोर्ट और पीड़िता के पास से मिली डायरी के आधार पर जांच आगे बढ़ाई थी, जिसमें ब्रह्मानंद नेताम के नाम का खुलासा हुआ है। झारखंड पुलिस ने 5 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार लिया है, जबकि शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए धर पकड़ जारी है। पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है, अगर भाजपा माता और बहनों की इज्जत करती है, तो उन्हें तत्काल ब्रह्मानंद नेताम का प्रचार करना बंद कर देना चाहिए।
इन आरोपों पर बोले ब्रह्मानंद नेताम
इस पूरे मामले में ब्रह्मानंद नेताम की बातें भी सामने आईं। कांग्रेस के संगीन आरोपों पर ब्रह्मानंद नेताम से मीडिया ने सवाल किए, जवाब में भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम बोले- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के लगाए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं, मैं कभी जमशेदपुर नहीं गया।
2019 का मामला बता रहे हैं अगर ऐसी कोई बात होती तो मुझे गिरफ्तार कर लेते, आज उपचुनाव हो रहे हैं और इसमें कांग्रेस को अपनी हार दिख रही है तो ये साजिश रचकर मेरे चरित्र पर धब्बा लगाने की कोशिश हो रही है।