PM Modi in Global Investment Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (सोमवार) को राजस्थान की राजधानी जयपुर में ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन 2024’ का आगाज करेंगे. इस सम्मेलन का मकसद औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन करना है. इस शिखर सम्मेलन में 16 भागीदार देशों के अलावा 20 अंतरराष्ट्रीय संगठनों समेत 32 से ज्यादा देशों के राजनयिक शिरकत करेंगे. पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह करीब साढ़े दस बजे जयपुर प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर (JECC) में ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करेंगे.
ये उद्योगपति भी करेंगे कार्यक्रम में शिरकत
बता दें कि राजस्थान सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों के लिए करीब 30 लाख करोड़ रुपये के मसौदों पर सहमति जताई है. इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अलावा केंद्रीय और राज्यों के कई मंत्री भी शामिल होंगे. इनके अलावा उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, गौतम अदाणी, आनंद महिंद्रा समेत देश के जानेमाने 5 हजार से अधिक निवेशक और 32 देशों के राजनयिक भी कार्यक्रम में शिरकत करने जयपुर पहुंचेंगे.
क्या है पहले दिन का कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के पहले दिन यानी सोमवार को सुबह सवा दस बजे बजे मुख्य अतिथि पीएम मोदी का संबोधन होगा. इसके बाद कुछ प्रतिष्ठित उद्योगपति भजनलाल सरकार की औद्योगिक नीतियों के बारे में अपने विचार व्यक्त करेंगे. इसके साथ ही पहले दिन विभिन्न देशों से संबंधित सत्र का आयोजन होगा.
वहीं प्रवासी राजस्थानी कॉनक्लेव के दौरान प्रवासी राजस्थानी समुदाय के लिए राज्य सरकार की नीतियों पर भी चर्चा की जाएगी. वहीं कल यानी मंगलवार को प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन का आयोजन होगा. जबकि बुधवार को एमएसएमई सम्मेलन होगा. ये तीन दिवसीय वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन 9 से 11 दिसंबर तक चलेगा.
पानीपत में बीमा सखी योजना की शुरुआत करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (9 दिसंबर) ही हरियाणा के पानीपत भी जाएंगे. जहां वह दोपहर करीब दो बजे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की सखी योजना का शुभारंभ करेंगे. इसके साथ ही वह महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखेंगे. बता दें कि एलआईसी की बीमा सखी योजना 18 से 70 साल की उन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए है जो 10वीं क्लास पास हैं. ऐसी महिलाओं को बीमा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पहले तीन साल तक लिए विशेष प्रशिक्षण और स्कॉलरशिप दी जाएगी.