पत्थलगांव : कई वर्षों से कदमघाट से लेकर बीटीआई चौक तक की सड़क बनाने को लेकर लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतने बड़े बड़े गड्ढे बन चुके हैं की उनमें बरसात के दिनों पर गड्ढे तालाब के रूप में तब्दील हो जाता है। मौत रूपी इस गड्ढों से दोपहिया वाहन चालकों को भय के साए में रास्ता तय करना पड़ रहा है। इसी सिलसिले में पत्थलगांव के बीटीआई चौंक समीप नेशनल हाइवे जर्जर होने के कारण आज मंगलवार की सुबह आक्रोशित नागरिकों ने चक्का जाम कर किया। नागरिको ने कई घंटो तक सडक़ की दुर्दशा के विरोध में चक्का जाम कर दिया। जहां लोगों ने एनएच प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। वहीं मोहल्ले के लोगों समेत महिलाएं और बच्चे भी सड़क पर उतर आए। इस वजह से हाईवे के दोनों ओर लंबा जाम लगने के कारण बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई ।
जिसके बाद लोगों के आक्रोश होकर चक्काजाम करने की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम टीआई ओपी कुजूर, एसडीओपी हरीश पाटिल, तहसीलदार रामराज सिंह और यातायात पुलिस चक्काजाम स्थल पर पहुंचे।
वहीं लोग एनएच प्रबंधन के अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। आखिरकार, पुलिस अधिकारियों ने सडक़ पर सुबह शाम पानी के छिडकाव कराने की हामी भरी। इसके बाद ही लोगों ने एनएच को यातायात के लिए बहाल होने दिया।
पूर्व में भी मोहल्लेवासीयों और ग्रामीणों ने जमकर किया था प्रदर्शन
बताते चलें कि इसी तरह कुछ महीनों पूर्व ही बिटिआई चौक में लोगों द्वारा जर्जर सड़क व्यवस्था को लेकर वार्ड वासियों मोहल्ले वासियों एवं लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया गया था। मगर प्रशासन द्वारा रोड पर लगातार पानी के छिड़काव कर लोगों को धूल से राहत देने की बात कही थी। एवं विभाग के अधिकारियों से जल्द से जल्द रोड निर्माण कार्य पूरा करने का आश्वाशन दिया गया था। ईसके बावजूद लोगों को इस समस्या से निजात नही मिल पा रही। यहां के लोगों को कई वर्षों से धूल के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्रामीण इलाकों से भी आने जाने वाले किलकिला, इला इंजकाे एवम अन्य ग्रामों के लोगों को भी रोड की दयनीय स्थिति से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वही लोगों को गंभीर बीमारी होने की संभावना बनी हुई है। सड़क पर बड़े-बड़े पत्थरों,बोल्डरों की वजह से छोटी मोटी दुर्घटना होनी आम बात हो चुकी है। ट्रक एवम भारी भरकम वाहनों में समान लोड होकर इसी रास्ते से जाती है। राहगीरों को रोड़ पर पत्थरों के छिड़कने से कई बार लोग चोटिल भी हो चुके हैं। सड़क की अवस्था को देखकर एक बड़ी दुर्घटना होने से कम नहीं आंका जा सकता।