रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर समेत 10 नगर निगमों के लिए महापौर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इस टिकट वितरण में दिग्गज नेताओं की पसंद और नापसंद पर भी ध्यान दिया गया है। रायपुर में टिकट वितरण से पहले काफी माथापच्ची हुई, क्योंकि यहां के बड़े नेताओं को संतुष्ट करके ही महापौर प्रत्याशी बनाया था। इस बार पार्टी ने सभी नगर निगमों में सक्रिय पार्टी नेताओं को ही अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। हालांकि अब रायपुर में महापौर पद के लिए मीनल चौबे को उम्मीदवार बना दिया है।
दरअसल, मीनल चौबे को टिकट दिलाने में पूर्व मंत्री व रायपुर पश्चिम से विधायक राजेश मूणत की महत्वपूर्व भूमिका रही है। लंबे समय से वे मीनल के लिए लॉबिंग रहे थे और उसमे सफल भी हो गए हैं। वहीं, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पसंद का दरकिनार कर दिया गया है। बृजमोहन सरिता दुबे को टिकट दिलाने में जुटे थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। दूसरी ओर, राजनांदगांव में पूर्व सीएम व स्पीकर डॉ. रमन सिंह की पसंद का खास ध्यान रखा गया। यहां से उनके सबसे करीबी मधुसूदन यादव को महापौर उम्मीदवार बनाया गया है।
दो दशक से सक्रिय राजनीति में हैं मीनल चौबे
मीनल पिछले दो दशक से भाजपा की राजनीति में सक्रिय रही हैं और पार्षद से लेकर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष तक की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। चुनाव की घोषणा के बाद से ही उन्हें रायपुर में भाजपा की ओर से सशक्त उम्मीदवार माना जा रहा था। रायपुर के लिए मेयर की उम्मीदवार घोषित की गई मीनल चौबे को उनकी लगातार सक्रियता का इनाम दिया है। नगर निगम की इस कार्यकारिणी में नेता प्रतिपक्ष रहीं मीनल चौबे तीन बार की पार्षद हैं। उनका वार्ड रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में है, जहां से उन्होंने लगातार अच्छे वोटों से चुनाव जीता है। छात्र जीवन से राजनीति में आईं मीनल चौबे को स्कूल-कालेजों में होने वाली डिबेट स्पर्धाओं में रायपुर के लोग अच्छी वक्ता के रूप में पहचानने लगे थे और राजनीति में आने के बाद यही हुनर उनके काम आया है।