रांची। सियासत की बात करें, तो आज सबकी नजरें झारखंड की राजधानी रांची पर लगी हैं। रांची में आज सीएम हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ करने वाली है। ये पूछताछ अवैध खनन, मनी लॉन्ड्रिंग और भाई के दोस्तों की फर्जी कंपनियों के जरिए निवेश के मामले में होनी है। हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए दिल्ली से ज्वॉइंट डायरेक्टर समेत ईडी के 3 अफसर रांची पहुंचे हैं। वहीं, हेमंत सोरेन ने भी बयानों से हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हमने ये राज्य लड़कर लिया है। सरकार को गिराने की किसी भी कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इसके अलावा खुद की गिरफ्तारी होने पर सत्ता में किसे बिठाना है, ये भी करीब-करीब तय है।
हेमंत सोरेन के सरकारी आवास में बुधवार शाम को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के विधायक जुटे। सबने मीटिंग की। इस बैठक में हेमंत सोरेन ने सभी समर्थक विधायकों से कहा कि अगर उनका साथ मिलता रहा, तो झारखंड की यूपीए सरकार को कोई गिरा नहीं सकता। हेमंत सोरेन ने यहां कहा कि झारखंड में सरकार वही चला सकता है, जो आदिवासियों और यहां के मूल निवासियों की भावना समझता हो। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ साजिश करने वाले पानी के नीचे से पनडुब्बी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी कोशिशों को नाकाम किया जाएगा।
बैठक में सभी विधायकों ने मामले में सभी फैसले करने के लिए हेमंत सोरेन को अधिकृत भी कर दिया। सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन ने तय किया है कि अगर पूछताछ के बाद ईडी उनको गिरफ्तार करती है, तो पत्नी कल्पना सोरेन को वो सत्ता सौंप सकते हैं। माना जा रहा है कि सभी विधायकों का समर्थन कल्पना को मिल जाएगा। बता दें कि इससे पहले पड़ोसी राज्य बिहार में लालू यादव के चारा घोटाले में फंसने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनवा दिया था।