भोपाल। छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में इन दिनों अलग ही सियासी रंग देखने को मिल रहा है। दरअसल, पूरे देश में संविधान के रचयिता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर सियायत तेज हो गई है। इस मुद्दे पर अब भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने आ गई है। MP भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के तंज पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पलटवार किया है। पटवारी ने कहा कि मेरे ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय बापू और बाबा साहब की फोटो बैक ड्रॉप में लगी थी। मै अंबेडकर को भगवान मानता हूं, आप मानते हैं या नहीं।
दरअसल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने आरोप लगाया था कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के कार्यालय में डॉ. भीमराव अंबेडकर की फोटो राहुल गांधी के नीचे लगाई गई। इससे उनका अपमान हो रहा है जीतू पटवारी को माफी मांगनी चाहिए इस पर जीतू पटवारी ने 14 जनवरी को पलटवार करते हुए कहा है कि मेरे ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय बापू और बाबा साहब की फोटो बैक ड्रॉप में लगी थी। बाकी फोटो ऑफिस में पहले से लगी हुई हैं। बीजेपी झूठ भी ऐसा बोलती है जिसमे पकडे जाते हैं। मैं भीमराव अंबेडकर को भगवान मानता हूं आप मानते हैं या नहीं।
भाजपा पर पलटवार करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी को फोटो याद रहते हैं, लेकिन बाबा साहब का संविधान का पाठ याद नहीं रहता। बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर चुप रहते हैं। संसद में अमित शाह ने जो कहा उस पर बीजेपी के लोग क्यों नहीं बोलते। अमित शाह ने जो कहा उस बयान की तो देश भर में निंदा हो रही है। उनका संसद में दिया गया वक्तव्य, उस वीडियो को दुनिया देख रही है और उसकी आलोचना कर रहीI है।
ये है पूरा मामला
भोपाल में 11 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (पीसीसी) जीतू पटवारी के आवास पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान कांग्रेस नेताओं के पीछे दीवार पर लगी तस्वीरें सामने आई थी। इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मैंने तो यह बहुत पहले कहा था। जीतू पटवारी को जवाब देना चाहिए कि क्या राहुल गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर और गांधीजी से ऊपर हैं? यही कांग्रेस का मूल चरित्र है। कांग्रेस के मन के भाव ही यही हैं, जो वहां चित्र में दिखाई देते हैं। वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब का अपमान एक बार नहीं, बार-बार किया है। कांग्रेस ने गांधी के नाम का दुरुपयोग किया, लेकिन गांधी के विचारों पर कभी नहीं चली। मैं गर्व के साथ कहता हूं। गांधी जी और बाबा साहब के विचारों से लेकर उनके सम्मान तक जमीन पर उतारने का काम भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। कांग्रेस के नेतृत्व से ये जवाब लेना चाहिए।