महाराष्ट्र के नांदेड़ से एक दिल दहलाकर रख देने वाली घटना सामने आई है, जहां दसवीं के एक छात्र ने पिता के स्मार्टफोन न दिलाने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं पिता अपने बेटे की मौत के गम को बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसी रस्सी से झूल गया जिस रस्सी से लटककर उसके बेटे ने जान दी. बाप-बेटे दोनों अपने खेत पर स्थित पेड़ पर रस्सी के सहारे लड़के हुए पाए गए. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.
मिनकी गांव का मामलापुलिस ने बताया कि यह पूरा मामला बिलौली तहसील के मिनकी गांव का है. गुरुवार सुबह दोनों का शव खेत पर लटका हुआ मिला. मृतक बच्चा तीनों भाइयों में सबसे छोटा था और वे लातूर के उदगीर में एक हॉस्टल में रहते थे. ओमकार मकर संक्रांति के मौके पर अपने घर आया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ओमकार ने अपने पिता से पढ़ने के लिए एक स्मार्टफोन दिलाने की मांग की, लेकिन उसके पिता ने आर्थिक तंगी के कारण स्मार्टफोन दिलाने से मना कर दिया जिसके बाद उसने फांसी लगा ली.
नांदेड़ के एसपी अविनाश कुमार ने बताया कि हमने लड़के की मां के बयान के आधार पर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है और अब हम घटना की परिस्थितियों का आकलन कर रहे हैं.
कर्ज के बोझ से दबा हुआ था पिता
मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर दिलीप मुंडे ने कहा कि बच्चे की मां ने बताया कि उनका बेटा उनके पति से स्मार्टफोन दिलाने की जिद कर रहा था. मुंडे ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को भी उनके बेटे ने फिर से फोन दिलाने की जिद की लेकिन खेती और वाहन का पहले से ही लोन भर रहे उसके पिता ने फोन दिलाने से मना कर दिया. पिता के मना करने पर वह घर छोड़कर चला गया.’
बेटे को फांसी पर झूलता देख पिता के उड़े होश
मुंडे ने कहा कि उसके माता-पिता ने सोचा कि उनका लड़का खेत पर सोने के लिए गया है लेकिन जब वह सुबह तक घर नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू की गई. बेटे को खोजते हुए सबसे पहले उसके पिता खेत पर पहुंचे. पेड़ पर बेटे को फांसी के फंदे से लटकता देखकर उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं. उन्होंने बेटे के शव को नीचे उतारा और फिर खुद उसी रस्सी से फांसी लगा कर जान दे दी. पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.