हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में मौसम ने करवट ले ली है और इस बदलाव के साथ ही शीत लहर ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है. मौसम विभाग ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में शीत लहर का अलर्ट जारी किया है, और साथ ही कश्मीर में चिल्लई कलां की शुरुआत भी हो गई है, जो अगले कुछ सप्ताह तक जारी रहेगा.
हिमाचल प्रदेश में शीत लहर का अलर्टस्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने 23 और 24 दिसंबर के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश की भविष्यवाणी की है, खासकर कुछ इलाकों में. इसके अलावा, 27 दिसंबर को राज्य के कई हिस्सों में बर्फबारी की संभावना है.
मौसम विभाग ने उना, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी के कुछ इलाकों के लिए 24 दिसंबर तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में 25 दिसंबर तक शीतलहर और जमीन पर बर्फ जमने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन इलाकों में ठंड और शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
कश्मीर में चिल्लई कलां की शुरुआत
कश्मीर में 21 दिसंबर से चिल्लई कलां का मौसम शुरु हो चुका है, जो पूरे कश्मीर क्षेत्र में 40 दिनों तक चलेगा. इस दौरान कश्मीर में अत्यधिक ठंड का सामना करना पड़ेगा और बर्फबारी की संभावना भी जताई जा रही है. चिल्लई कलां के दौरान घाटी में तापमान शून्य से नीचे गिर सकता है, जिससे कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ेगा.
मौसम अपडेट्स
मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में मौसम सूखा रहा, लेकिन फिर भी शीतलहर का असर बना हुआ है. हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में घना कोहरा और जमीन पर बर्फ जमने के साथ-साथ ठंडक का असर बढ़ा है. कांगड़ा और बिलासपुर में शीतलहर की स्थिति देखी गई, वहीं मंडी और बिलासपुर में हल्का कोहरा छाया रहा. पालमपुर, भुंतर, कांगड़ा, शिमला और जुबरहट्टी में जमीन पर बर्फ जमने की घटना सामने आई है.
इन राज्यों में सबसे कम तापमान
तापमान के लिहाज से ताबो (लाहौल और स्पीति) में न्यूनतम तापमान -14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा. इसके बाद कुकुमसेरी में -7.8 डिग्री सेल्सियस, समधो में -6.8 डिग्री सेल्सियस और कलपा में -3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. मनाली में भी तापमान -1 डिग्री सेल्सियस तक गिरा. हालांकि, दिन के समय उना में तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया, जो एक दिलचस्प गर्मी का संकेत था, लेकिन रात के समय तापमान में गिरावट बनी रही.