बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में शीतकालीन अवकाश के बाद हाईकोर्ट में नए साल में नए रोस्टर से सुनवाई की जाएगी। इस बार रोस्टर में 8 सिंगल, 3 डिवीजन बेंच के साथ-साथ चीफ जस्टिस सहित अलग-अलग जजों की 6 स्पेशल बेंच में भी सुनवाई होगी। स्पेशल बेंच हर शुक्रवार को दोपहर 2:15 से महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेगी। नया रोस्टर 2 जनवरी से प्रभावी होगा।
बता दें कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार नए रोस्टर में चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी के साथ जस्टिस अरविंद सिंह की डिवीजन बेंच में रिट अपील, जनहित याचिका, बंदी प्रत्यक्षीकरण के साथ-साथ टैक्स मामलों की सुनवाई होगी। दूसरी डिवीजन बेंच में जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस नरेश कुमार चंद्रवंशी सभी सिविल, व्यावसायिक मामलों के साथ ही कंपनी अपील और रेंट कंट्रोल द्वारा पारित आदेशों को सुनेंगे। तीसरी डिवीजन बेंच में जस्टिस संजय के. अग्रवाल और जस्टिस राकेश मोहन पांडेय सभी क्रिमिनल मैटर के साथ रिट पिटीशन की सुनवाई करेंगे।
रोस्टर के अनुसार जस्टिस पी. सैम कोशी रिट पिटीशन, जस्टिस संजय अग्रवाल फर्स्ट अपील और सेकेंड अपील, जस्टिस पार्थ प्रतिम साहू 2015 के बाद की रिट याचिकाएं और 2006 से लेकर अभी तक की रिट पिटीशन की सुनवाई करेंगे। जस्टिस रजनी दुबे मिसलेनियस अपील, रिट पिटीशन 2014 तक के साथ ही सिविल मैटर जो कि किसी बेंच के लिए तय नहीं हुए, उनकी सुनवाई करेंगी। जस्टिस नरेन्द्र कुमार व्यास 2005 के बाद की क्रिमिनल अपील की सुनवाई करेंगे।
जस्टिस दीपक तिवारी रिट अपील के साथ ही 2014 के बाद की क्रिमिनल रिवीजन की सुनवाई करेंगे। जस्टिस सचिन सिंह राजपूत सेक्शन 438 और 439 के तहत सभी जमानत मामलों, एससी-एसटी एक्ट के मामलों की सुनवाई करेंगे। जस्टिस राधाकिशन अग्रवाल क्रिमिनल रिफरेंस, सेक्शन 482 के तहत सीआरपीसी और सीआरएमपी मामले देखेंगे। साथ ही 2006 से 2014 तक की क्रिमिनल अपील की भी सुनवाई करेंगे।