नई दिल्ली: देश के नए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने शपथ लेते ही सफाई कर्मियों के मामले में केंद्र को फटकार लगाई है। उन्होंने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार एक सफाई कर्मी के खिलाफ अपील करने यहाँ तक आयी है।बताते चलें, सीजेआई चंद्रचूड़ इलाहबाद हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस रह चुके है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB की। उनका नाम 1998 में सीनियर एडवोकेट के रूप में बॉम्बे हाईकोर्ट में चयनित हुआ था। इसके साथ ही वे सबरीमाला , समलैंगिंकता , और अयोध्या जैसे बहुचर्चित मामलो की सुनवाई में शामिल रहे है।
बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डीवाई चंद्रचूड़ को मुख्य न्यायाधीश की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि आम जनता की सेवा करना मेरा पहला कर्तव्य है, इसके बाद मैं नहीं मेरा काम बोलेगा।
2016 में सुप्रीम कोर्ट के जज भी रहे
सीजेआई धनञ्जय यशवंत चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवम्बर 1959 को हुआ था, इनकी माता प्रभा शास्त्रीय संगीतज्ञ है, LLB में स्नातक से पहले सीजेआई चंद्रचूड़ ने सेंट स्टीफन कालेज नयी दिल्ली से अर्थशास्त्र और गणित विषय में स्नातक की उपाधि ली थी.
कार्यकाल पर एक नजर
सीजेआई चंद्रचूड़ इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के पद पर अक्टूबर 31, 2013 से मई 12, 2016 तक बने रहे. इसके बाद 13 मई 2016 से 8 नवम्बर 2022 तक उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश,के पद पर रहे, वहीँ 9 नवम्बर 2022 को चीफ जस्टिस आफ इंडिया के पद पर नियुक्त किया गया.