बिहार। बगहा के पठखौली ओपी क्षेत्र के पोखभिंडा गांव के हरहा नदी किनारे शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया। शव छठवीं में पढ़ने वाली छात्रा का है जिसका चार दिन पहले अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया और गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को दफना दिया गया। उसकी बायीं आंख भी फोड़ दी गई।
पठखौली ओपी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 14 वर्षीय छात्रा क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय में छठवीं की छात्र थी। 15 दिसंबर को गांव का जितेन्द्र यादव अपने साथ गन्ना का पत्ता लाने के लिए सरेह में लेकर गया था। उसी समय उसका अपहरण कर लिया गया था। देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंची तो स्वजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी और आवेदन में गांव के लड्डू आलम, नूर आलम ,सदरे आलम, साहेब अंसारी, आफताब आलम को नामजद किया।
रविवार की सुबह हरहा नदी के पास जमीन ताजी खुदी हुई थी। उसके ऊपर बेर के पेड़ के कांटे रखे थे। शक होने पर ग्रामीणों ने जमीन की खुदाई की तो छात्रा का शव मिला। गड्ढे के पास ही उसका स्कूल का ड्रेस व समीप में गन्ने के खेत से उसका चप्पल मिला। बताया जा रहा है कि गन्ने के पत्ते से बच्ची का गला घोंटकर हत्या की गई थी। पुलिस के मुताबिक गन्ने के खेत में पहले उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। हत्या के बाद में नदी किनारे गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया।
मौके पर पहुंचे बगहा एसडीपीओ व स्थानीय पुलिस को शव उठाने में घंटों लोगों का विरोध झेलना पड़ा। स्वजन का आरोप था कि जब पुलिस को छात्रा के अपहरण होने की सूचना दी गई तो तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं हुई। अगर समय से कार्रवाई हुई होती तो उसकी जान बच जाती।