मुंबई। बयानबाजी किसी को भी भारी पड़ सकती है… चाहे वो नेता हो या उद्योगपति। दरअसल, इंफोसिस लिमिटेड के शेयरों में लगभग 6 फीसदी की गिरावट से न केवल आईटी कंपनियों और सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट आई। इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के 1900 करोड़ रुपये स्वाहा हो गए हैं।
सितंबर तिमाही के अंत में सह-संस्थापक और प्रमोटर नारायण मूर्ति के पास इन्फोसिस में 0.40 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि उनकी पत्नी सुधा एन मूर्ति के पास आईटी प्रमुख में 0.92 फीसदी हिस्सेदारी थी। उनके बेटे रोहन मूर्ति और बेटी अक्षता मूर्ति, जो ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी भी हैं, उनके पास दूसरी सबसे बड़ी आईटी फर्म में क्रमश- 1.62 फीसदी और 1.04 फीसदी हिस्सेदारी थी। एनआरएन के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति के पास भी इंफोसिस में मामूली 0.04 फीसदी हिस्सेदारी है।
मूर्ति परिवार के पांच सदस्यों के पास कुल मिलाकर इंफोसिस में 4.02 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसकी कीमत आज करीब 30,300 करोड़ रुपये थी, जबकि गुरुवार को शेयर में 32,152 करोड़ रुपये की गिरावट आई थी। यानी 1,850 करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट आई। इंफोसिस के लिए दिसंबर तिमाही का शेयरधारिता पैटर्न स्टॉक एक्सचेंजों के पास उपलब्ध नहीं है।
बीएसई पर इंफोसिस के शेयर 5.89 फीसदी गिरकर 1,812.70 रुपये के निचले स्तर पर आ गए, जिससे आईटी शेयरों की छह महीने की बढ़त घटकर 5.42 फीसदी रह गई। यह इस तथ्य के बावजूद है कि तीसरी तिमाही के नतीजे कई मोर्चों पर अनुमान से बेहतर रहे। हालांकि अब देखना यह है कि नारायण मूर्ति को इस नुकसान की भरपाई कब तक हो पाएगी।