Delhi Assembly Elections: कांग्रेस ने दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में 21 उम्मीदवारों को शामिल किया गया है. इन चुनावों की सबसे चर्चित सीट नई दिल्ली है, जहां कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है. संदीप दीक्षित के पास 2013 में केजरीवाल द्वारा उनकी दिवंगत मां और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराने का बदला लेने का मौका होगा. 2013 में अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली की राजनीति में अपना वर्चस्व स्थापित किया था. अब, इस सीट पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त मुकाबले की उम्मीद है.
किसे कहां से दिया टिकट
कांग्रेस ने दिल्ली विजय के लिए अपने अनुभवी और युवा चेहरों को टिकट दिया है. नरेला से अरुणा कुमारी, बुराड़ी से मंगेश त्यागी, आदर्श नगर से शिवांक सिंघल, बादली से दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंदर यादव, सुल्तानपुर माजरा (एसी) से जय किशन, नागलोई जाट से रोहित चौधरी, शालीमारबाग से प्रवीण जैन, वजीरपुर से रागिनी नायक, सदर बाजार से अनिल भारद्वाज, चांदनी चौक से मुदित अग्रवाल, बल्लिमारां से हरून यूसुफ, तिलक नगर से पीएस बावा, द्वारका से आदर्श शास्त्री, नई दिल्ली से संदीप दीक्षित, कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त, छतरपुर से राजिंदर तंवर, अंबेडकर नगर (एससी) से जय प्रकाश, ग्रेटर कैलाश से गरवित सिंघवी, पटपड़गंज से चौधरी अनिल कुमार, सीलमपुर से अब्दुल रहमान और मुस्तफाबाद से अली महंदी को टिकट दिया है.
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बताया कि पार्टी ने इन 21 सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन पूरी रणनीति के साथ किया है. उन्होंने कहा, ‘हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में चुनाव लड़ेंगे. आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच की राजनीतिक खींचतान के बीच कांग्रेस एक सशक्त विकल्प के रूप में सामने आएगी.’
सभी वर्गों का रखा गया ध्यान
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन करते समय सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि वह भी चुनाव लड़ेंगे. यादव ने कहा, ‘हमारे पास अनुभवी और युवा दोनों प्रकार के उम्मीदवार हैं, जो पार्टी के भविष्य की नींव को मजबूत करेंगे.’
विधानसभा चुनावों की तैयारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी में होने की संभावना है. कांग्रेस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इन चुनावों में पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है. पार्टी का लक्ष्य आम आदमी पार्टी और भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष खड़ा करना है. इस सूची के जारी होने के बाद दिल्ली की राजनीति गर्म हो चुकी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस किस तरह से चुनावी मैदान में अपनी पकड़ मजबूत करती है.