बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के पिछड़े और आदिवासी बाहुल्य जिला जशपुर की आदिवासी स्टूडेंट रिया एक्का ने भिलाई में आयोजित ग्लैमर इवेंट में मिस इंडिया का खिताब हासिल की है। बिलासपुर में रहकर कॉलेज की पढ़ाई कर रही रिया एक्का ने 50 प्रतिभागियों को हराकर जीत का ताज हासिल की है।
दरअलसल, मूलत: जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र के डगडऊवा गांव की रहने वाली 19 वर्षीय रिया एक्का कॉलेज स्टूडेंट है और बिलासपुर के सरकंडा में रहकर पढ़ाई करती है। बचपन से ही रिया की रूचि पढ़ाई के साथ-साथ फैशन में भी रही है। अब वह फैशन के साथ ही मॉडलिंग और एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाना चाहती हैं।
2020 में बनी थी मिस सरगुजा
रिया एक्का प्रयास पब्लिक स्कूल से 12वीं पास करने के बाद बिलासपुर में निजी कॉलेज में पढ़ती है। उसे शुरू से ही मॉडलिंग और एक्टिंग का शौक है। वह पहले भी कई एल्बम में काम कर चुकी है। साल 2020 में रिया एक्का मिस सरगुजा चुनी जा चुकी है।
50 प्रतिभागियों में रिया को मिला खिताब
रिया ने बताया कि इस फैशन और मॉडल इवेंट में उसके अलावा 50 प्रतिभागी शामिल हुईं थीं। कैटवॉक रैंप में रिया ने अपनी स्टाइल और पैशन से आयोजकों का दिल जीत लिया।
कम्पीटिशन में ये थे जजेस
इस प्रतियोगिता का आयोजन ग्लैमर प्रोडक्शन के बैनर तले हुआ, इसमें बतौर जज एक्टर, मॉडल और रियालिटी शो के विनर प्रिंस नरूला, एक्ट्रेस युविका चौधरी, एक्टर व्योमेश कॉल और रोडीज विनर, एक्टर और मॉडल अरुण शर्मा मौजूद रहे। जिन्होंने रिया को यह खिताब दिया।
आर्मी में मेजर हैं पिता, मां हैं पंचायत सचिव
रिया एक्का ऐसे क्षेत्र से आती है, जहां आज भी रूढ़ीवादी परंपरा के लोग रहते हैं और लड़कियां घर से बाहर निकलकर कुछ करने की सोच भी नहीं सकती।
दरअसल, इस आदिवासी इलाके में सबसे ज्यादा ह्यूमन ट्रैफिंकिंग भी होती है। ऐसे में रिया को अपने परिवार और खासकर माता-पिता का भरपूर सपोर्ट मिला। उनके पिता आर्मी में मेजर है और मां ग्राम पंचायत की सचिव हैं।
मिस छत्तीसगढ़ बनीं थीं रामपुर की संस्कृति गोस्वामी
5 महीने पहले संस्कृति गोस्वामी मिस छत्तीसगढ़ चुनी गई थी। उन्होंने भास्कर से चर्चा के दौरान बताया कि वे एक्टिंग और मॉडलिंग को पैशन मान चुकी हैं । आगे बढ़ने सही मार्गदर्शन व आर्थिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। ये दोनों मेरे पास है। मार्गदर्शक की भूमिका मेरे माता-पिता जन्म से निभाते आ रहे हैं। उनके ही आशीर्वाद से आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनने मुंबई में उनका स्वयं का बिजनेस है। इससे भी अलग जिसे मैं अपना पैशन मान चुकी हूं, उस क्षेत्र में सफलता की सीढ़ी चढ़ते हुए छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से रिप्रजेंट करना चाहती हूं, ताकि यहां के लोगों को प्रेरणा मिले।
ऐसी सोच रखने वाली संस्कृति सिंचाई काॅलोनी रामपुर, कोरबा निवासी हैं। उनके पिता गवर्नमेंट हायर सेकंडरी स्कूल एनसीडीसी में अकाउंटेंट हैं, तो माता गीता गोस्वामी गृहिणी हैं। 12वीं तक कि पढ़ाई कोरबा में करने वाली संस्कृति गोस्वामी शुरू से ही मेधावी हैं।