चुनावों में जब भी विपक्ष की हार होती है, विपक्ष इस हार का ठीकरा EVM पर फोड़ देता है. हरियाणा में भी विपक्ष की हार के बाद ऐसा की कुछ देखने को मिला था. झारखंड-महाराष्ट्र विधानसभा चुानव को लेकर ऐसे आरोपों से दो-चार न होना पड़े चुनाव आयोग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. माना जा रहा है कि चुनाव आयोग ईवीएम पर लगे आरोपों को लेकर एक सप्ताह के भीतर तथ्यात्मक रिपोर्ट जारी कर सकता है.
सभी आरोपों का मिलेगा जवाबसूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग ने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर लगाए तमाम आरोपों की जांच पूरी कर ली है. इस जांच में एक्सपर्ट्स की मदद ली गई है ताकि तकनीकी रूप से इन आरोपों का जवाब दिया जा सके.
आयोग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, ईवीएम पर लगाए गए आरोपों का न सिर्फ कांग्रेस पार्टी को सीधा जवाब दिया जाएगा बल्कि आयोग अपने अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्नों की सूची में भी इन्हें शामिल करेगा.
EVM से छेड़छाड़ का लगाया था आरोप
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. आरोप ईवीएम की बैटरी के इस्तेमाल के आधार पर लगाया गया था जो इस्तेमाल के बाद भी ईवीएम की बैटरी को 99 प्रतिशत चार्ज बता रही थी. कांग्रेस का कहना था कि इस्तेमाल के बाद भी बैठरी 99 प्रतिशत तक कैसे चार्ज रह सकती है. पार्टी ने 20 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसी स्थिति मिलने की शिकायत की थी.
चुनाव आयोग सतर्क
चुनाव आयोग का कहना है कि बैटरी के इस्तेमाल को लेकर लगाया गया आरोप बिल्कुल नया आरोप था और इस तरह के आरोप आने वाले चुनाव में भी लग सकते हैं इसलिए इन सभी आरोपों के जवाब दिए जाएंगे.