रायपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मार्ग में छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार के सभी प्रमुख राजनीतिक चेहरे इसमें शामिल होने जा रहे हैं। यह जुड़ाव मध्य प्रदेश के निमाड़-मालवा अंचल में होगा। प्रदेश कांग्रेस ने इस यात्रा में शामिल होने के लिए 250 नेताओं का नाम केंद्रीय कार्यालय को भेजा है। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों, नेताओं का नाम शामिल है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 23 नवम्बर को मध्य प्रदेश में प्रवेश करने वाली है। इसके लिए वहां तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच छत्तीसगढ़ में भी इस यात्रा में शामिल होने की तैयारी तेज है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया, प्रदेश कांग्रेस की ओर से 250 यात्री 25 नवम्बर को मध्य प्रदेश के लिए रवाना होंगे। वहां 26 से 28 नवम्बर तक सभी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा होंगे। इस यात्रा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सभी वरिष्ठ मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित तमाम वरिष्ठ नेता-कार्यकर्ता शामिल होने वाले हैं। इसके लिए सभी लोग अपने साधनों से मध्य प्रदेश जाएंगे। बताया जा रहा है, छत्तीसगढ़ के यात्री खरगोन जिले के खेरदा गांव से इस पदयात्रा से जुड़ने वाले हैं। उस दिन मोरटक्का में रात्रि विश्राम होगा। दूसरे दिन की यात्रा मोरटक्का से यात्रा शुरू कर इंदौर के महू तक जाएगी। 28 नवम्बर को पदयात्रा महू से शुरू होकर इंदौर के राजबाड़ा पहुंचेगी। यहां राहुल गांधी एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। उस दिन रात्रि विश्राम इंदौर के खालसा स्टेडियम में होना है। इंदौर के बाद छत्तीसगढ़ के पदयात्री वापस लौट आएंगे।
ऐसा रहेगा तीन दिनों का रूटचार्ट
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम इस यात्रा में छत्तीसगढ़ की मिट्टी और पानी ले जाने वाले हैं। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया, भारत जोड़ो यात्रा के कांसेप्ट में यह है। जहां से यात्रा नहीं गुजर रही है वहां के यात्री अपने साथ मिट्टी पानी ले जा रहे हैं। इसी मिट्टी-पानी से यात्रा मार्ग पर कहीं पर पौधराेपण होता जा रहा है। कोशिश यह है कि देश की अलग-अलग संस्कृति, परंपरा, विश्वास और भूगोल एक-दूसरे से जुड़ते चले जाएं।
हर प्रदेश में पहुंचे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहले दिन से ही सक्रिय रूप से शामिल हैं। उन्होंने तमिलनाडू के कन्याकुमारी के एक समारोह में राहुल गांधी के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज सौंपकर इसकी शुरुआत की थी। बाद में वे केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और अभी महाराष्ट्र में भी इस यात्रा में एक-एक दिन के लिए शामिल हो चुके हैं। अगले सप्ताह मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश में भी इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।