Delhi Chalo Framers Protest: 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर (हरियाणा-पंजाब बॉर्डर) से 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर पैदल मार्च करेगा. यह मार्च सम्यूक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किया जाएगा. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शुक्रवार को इस मार्च की घोषणा करते हुए कहा कि यह मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा.
यह मार्च पहले 6 और 8 दिसंबर को दिल्ली जाने के लिए किया जा रहा था जिन्हें हरियाणा पुलिस ने रोक दिया था. पंधेर ने कहा, “सरकार यह बताए कि 101 किसान पैदल मार्च करके कैसे कोई खतरा पैदा कर सकते हैं. हम शांतिपूर्वक विरोध जारी रखेंगे.” उन्होंने किसानों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए कहा, “हर घंटे 2-3 किसान या मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं. हम उन्हें इस हालत में नहीं छोड़ सकते.”
यह मार्च पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन के 18वें दिन पर हो रहा है. डल्लेवाल 26 नवंबर से खानौरी बॉर्डर पर अनशन पर बैठे हैं, और उनकी मांग है कि केंद्र सरकार किसानों के लिए मार्केट सेलिंग प्राइस (MSP) की कानूनी गारंटी दे.
किसान नेता राकेश टिकैत ने भी डल्लेवाल से मिलने के बाद कहा कि सरकार को किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने कहा, “हमारे पास एक कमिटी है जो अन्य किसान नेताओं से बात करेगी. हम एकजुट होकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे. इस बार दिल्ली के बॉर्डर के बजाय हम KMP (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेसवे से दिल्ली को घेरेंगे.” किसान संगठन अपनी एकजुटता को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और सभी राज्यों से किसानों को एकजुट करने की अपील कर रहे हैं जिससे इस आंदोलन को और मजबूती दी जा सके.