Delhi News: भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने शनिवार को कहा कि आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार यमुना नदी की सफाई के नाम पर 8,500 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल है, जिसके पानी की गुणवत्ता पार्टी के एक दशक के शासन के बाद भी नहीं सुधरी है.
यमुना सफाई नहीं AAP ने सिर्फ वादे किएनई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से सांसद ने कहा, ‘वादों के अलावा आप सरकार ने यमुना की सफाई के लिए कुछ नहीं किया है. आप केवल प्रचार और भ्रष्टाचार में लिप्त है, लेकिन जनता के लिए काम नहीं कर रही है, जनता आने वाले विधानसभा चुनाव में आप को बाहर का रास्ता दिखाएगी.’
यमुना को साफ करेगी डबल इंजन की सरकार
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली बहाने नहीं बल्कि बदलाव चाहती है. उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली की डबल इंजन सरकार प्रदूषित नदी को साफ करेगी.
यमुना की सफाई के लिए क्या करेगी बीजेपी
स्वराज ने कहा, ‘विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद पहली कैबिनेट बैठक में नदी की सफाई के लिए न्यायाधिकरण के गठन को मंजूरी दी जाएगी.’
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा द्वारा प्रदूषित नदी की खराब स्थिति को उजागर करने के लिए उसमें डुबकी लगाने के बाद आप सरकार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सचदेवा को खुजली और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अरविंद केजरीवाल पर हुए हमले को लेकर क्या बोलीं बांसुरी
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर एक मार्च के दौरान हुए कथित हमले के बारे में बात करते हुए स्वराज ने कहा कि आप इस घटना के लिए भाजपा को दोषी ठहरा रही है लेकिन आरोप निराधार हैं.
उन्होंने कहा, ‘यह घटना आप सरकार की विफलता के प्रति जनता के गुस्से को दर्शाती है और सत्ता विरोधी भावना का प्रकटीकरण है.’
जिन्हें बदनाम किया जा रहा वे दिल्ली के निवासी
उन्होंने कहा कि आप नेता संजय सिंह ने जिन लोगों को इस घटना के लिए नामित किया है और जिन्हें ‘गुंडे’ बताकर बदनाम किया है, वे भी दिल्ली के निवासी हैं और उन्हें विरोध प्रदर्शन करने तथा अपनी चिंताएं जाहिर करने का अधिकार है.
सचदेवा ने लगाई थी यमुना में डुबकी
इससे पहले गुरुवार को सचदेवा ने यमुना की सफाई के अधूरे वादे को लेकर दिल्ली सरकार और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए डुबकी लगाई थी.
कहां गए 8500 करोड़
डुबकी लगाने के बाद सचदेवा ने कहा कि भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री और जमानत पर बाहर आने के बाद पर्दे के पीछे से सरकार को नियंत्रित करने वाले व्यक्ति से यमुना की सफाई के लिए केंद्र सरकार द्वारा आवंटित 8,500 करोड़ रुपये के इस्तेमाल पर जवाब मांग रही है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें आगे आकर बताना चाहिए कि उन्होंने यमुना नदी को साफ करने के लिए क्या किया है.’