रायपुर : राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल एक कार्यक्रम में शामिल होने शहर पहुंचे थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से कई मुद्दाें पर चर्चा की। अवैध उत्खनन के मामले पर उन्होंने कहा कि बिलासपुर का प्रभारी मंत्री होने के नाते कलेक्टर-एसपी को निर्देश दे रखा है कोई भी अवैध कार्य हो तो उसमें तत्काल रोक लगनी चाहिए। उसके बाद भी इस पर यदि लगाम नहीं लग रही है तो एसपी-कलेक्टर का तबादला नहीं कर सकता। उनका ट्रांसफर मेरे अधिकार में नहीं है।
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री मूणत के एक बयान को लेकर कहा कि वे रायपुर को देखें जहां से वे चुनाव हार गए हैं। उन्होंने कहा मेरे क्षेत्र में कोई भी गलत काम होगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं मंत्री बाद में हूं, विधायक पहले हूं। कोरबा में राखड़ का ढेर लगाए गए थे। कोई अवैध तरीके से राखड़ डंप करेगा तो उसका विरोध जरूर करुंगा। प्रदेश अध्यक्ष बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कौन-काैन बदला जाएगा और कौन नहीं बदले जाएंगे ये हाईकमान का फैसला है।
उन्होंने कहा कि पुनिया के नेतृत्व में पिछली बार सरकार बनी थी। उन्होंने ने कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया। अब कुमारी शैलजा को दायित्व सौंपा गया है और काफी अनुभवी भी हैं। उन्होंने कहा किसी भी पार्टी में आज तक काेई भी स्थायी नहीं रहा है। पुनिया का कार्यकाल सबसे लंबा रहा है।
शैलजा के प्रभारी बनने से पार्टी को शक्ति मिलेगी
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बदले जाने के सवाल पर जयसिंह ने कहा कि पुनिया के प्रभार में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस की सेवा किया है। सर्वाधिक समय तक प्रदेश के प्रभारी भी बने। प्रक्रिया के तहत अब पूर्व केन्द्रीय मंत्री शैलजा कुमारी को जिम्मेदारी दी गई है। उनके दिशा निर्देश पर प्रदेश संगठन का कामकाज होगा। पार्टी को शक्ति मिलेगी।
मैं पहले विधायक हूं, फिर मंत्री, अपनी विधानसभा के हित की समझ है, मनमानी नहीं होने दूंगा
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि मैं पहले विधायक हूं, फिर मंत्री, मुझे अपना विधानसभा और कोरबा का ख्याल रखना आता है। मूणत हारे हुए विधायक हैं। उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र की चिंता करनी चाहिए। मटियारी के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद छत्तीसगढ़ भवन में राजस्व मंत्री अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा की।
अग्रवाल की कोरबा कलेक्टर के प्रति नाराजगी वाला वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व मंत्री मूणत ने तंज कसते हुए कहा कि सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का वाली कहावत को अधिकारी चरितार्थ करने में जुटे हैं। इस बयान पर मंत्री अग्रवाल ने कहा कि मूणत हारे हुए नेता है। उन्हें हारी हुई विधानसभा में ध्यान देना चाहिए। उन्हें कोरबा देखनेे की जरूरत है। मैं पहले विधायक हूं फिर मंत्री हूं। मुझे अपनी विधानसभा और जिले के हित की समझ है।
कोई भी अधिकारी यदि गलत करेगा, उसे फटकार मिलेगी। किसी अधिकारी को मनमानी नहीं करने दूंगा। जनहित में जो बनेगा वह सब करूंगा। राजेश मूणत सैंया और कोतवाली अपने पास रखें। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई है।
भानुप्रतापपुर में भी भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। हिमाचल में जीत का श्रेय राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे, राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सूझबूझ के साथ ही कांग्रेस की नीति को जाता है। भानुप्रतापपुर में आदिवासी समाज की जीत हुई है।
इसका सारा श्रेय राहुल गांधी और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को जाता है। हमने लोहंडीगुड़ा में सैकड़ों एकड़ जमीन आदिवासियों को लौटाई। राहुल गांधी के निर्देश पर आदिवासी समाज के उत्थान को लेकर नीतिगत फैसला मुख्यमंत्री ने लिया। इसलिए भाजपा प्रत्याशी की करारी हार हुई है। राजस्व मंत्री जमीन संबंधी मामलों की गड़बड़ी की जांच करने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।