उत्तर प्रदेश। कानपुर में बहुचर्चित रोनिल हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने वारदात के 36 दिन बाद कर दिया है। पुलिस ने हत्या आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्या प्रेम संबंध के शक में की गई थी।
दरअसल मृतक रोनिल के कोचिंग में पढ़ने वाली एक छात्रा से दोस्ती थी और वह उसे बहन मानता था। वहीं छात्रा के प्रेमी विकास यादव को यह रिश्ता पसंद नहीं था। विकास को इस बात का डर सता रहा था कि रोनिल उसकी प्रेमिका से संबंध बढ़ा रहा है। मृतक रोनिल श्याम नगर के विरेंद्र स्वरूप स्कूल में इंटर का छात्र था। 31 अक्टूबर की दोपहर स्कूल की छुट्टी के बाद वो घर के लिए निकला पर घर नहीं पहुंचा। एक नवंबर को उसकी लाश श्यामनगर में झाड़ियों में पड़ी मिली। शव को कब्जे में लेने के बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई।
इस बीच रोमिल के हत्यारे को पकड़ने को लेकर शहर में कैंडल मार्च और धरने प्रदर्शन होने लगे। परिजनों की मांग पर पुलिस कमिश्नर ने इस मामले के खुलासे के लिए सीबीआई से जांच कराने के लिए यूपी सरकार को पत्र लिखा। इस दौरान पुलिस जांच करती रही। पुलिस ने 37 दिनों के अंदर 36 से ज्यादा छात्र-छात्राओं से पूछताछ की। जिसमें छात्रा का प्रेमी विकास यादव भी शामिल था। पुलिस ने बेंगलुरु से साइबर एक्सपर्ट की टीम बुलाकर रोनिल के मोबाइल की व्हाट्सएप चैट को रिकवर करवाए। तो कत्ल की कड़ियां जुड़ती चलीं गई।
छात्रा ने अपने प्रेमी को समझाने के लिए व्हाट्सएप स्टेटस पर रोनिल को राखी बांधते हुए फोटो भी लगाई थी। फिर भी विकास को शक बना रहा और उसने रोनिल को समझने के लिए अकेले श्याम नगर की झाड़ियों के पास बुलाया। दोनों के बीतचीत के दौरान रोनिल की जेब से उसकी प्रेमिका के साथ एक फोटो निकली। जिसमें रोनिल के चेहरे पर लिपिस्टिक से किस का निशान बना था। इसके बाद विकासने गुस्से में रोनिल को नीचे गिरा दिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने विकास यादव को तीन बार थाने बुलाकर पूछताछ की। लेकिन विकास इतना शातिर था कि उसने पुलिस को शक ही नहीं होने दिया कि मर्डर का मुख्या आरोपी वही है। साइबर एक्सपर्ट की टीम से रोनिल के व्हाट्सएप का चैट्स को रिकवर कराया तो घटना का खुसाला हुआ। पुलिस ने आरोपी विकास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।