नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और एलजी विनय कुमार सक्सेना के बीच अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर खींचतान मची रहती है। कभी एलजी विनय कुमार सक्सेना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हैं तो कभी ट्वीट करके केजरीवाल एलजी के बयानों पर चुटकी लेते हैं। एक बार फिर इन दोनों के बीच धनराशि खर्च करने के मुद्दे पर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल, उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से बताया गया है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने योजना राशि से ज़्यादा ख़र्च उसके प्रचार पर किया है। एलजी ऑफिस के मुताबिक, सरकार की बहुप्रचारित ‘बिजनेस ब्लास्टर’ योजना के तहत लाभार्थियों को 30 करोड़ रुपए का लाभ मिलना था, लेकिन इस योजना के विज्ञापन पर 52 करोड़ खर्च किए गए है।
गौरतलब है कि एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट करिकुलम पर केजरीवाल सरकार की एक आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना के तहत छात्रों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के क्लास 9वीं से 12वीं के लिए शुरू किया गया था। जहां हर छात्र को 2000 रुपए सीडिंग मनी दी जाती है। रिपोर्ट से यह भी पता चला कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
आपको बता दें कि इस परियोजना के लिए सरकारी स्कूलों को दिल्ली में दिए गए बजट में साल 2021-2022 में कुल 60 करोड़ आवंटित किए गए थे, जिसमें से स्कूलों को 56.14 करोड़ रुपए दिए गए। इस्तेमाल ना होने के कारण इस रकम में से स्कूलों ने 26 करोड़ वापस कर दिए थे, यानि कि इस योजना पर महज 30 करोड रुपए ही खर्च किए गए थे।
दरअसल, हाल ही में पेश की गई एक रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के लिए विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपए खर्च किए। जोकि नवंबर 2021 से जनवरी 2022 तक केवल 2 महीनों के दौरान अलग-अलग टीवी चैनलों पर दिल्ली सरकार ने महज 24 टीमें के 8 एपिसोड के प्रसारण पर 28 करोड़ 79 लाख 20 हजार खर्च कर डाले।